Buri Sangti Ka Asar Kahani
समीर अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था | उसके माता-पिता उससे बहुत प्यार करते थे | उन्होंने उसके परवरिश में कोई कमी नहीं की | उसे जो भी चाहिए होता था , उसके मांगने से पहले ही उसे मिल जाता था | समीर की जिंदगी बड़े ही आराम से और मजे में कट रही थी | ना ही उसे किसी चीज की चिंता थी और ना ही वह मेहनत करना जानता था | पर फिर भी वह व्यवहार से काफी अच्छा था और इसीलिए उसे सब पसंद भी करते थे | उसके माता-पिता हमेशा ही उसे अच्छी परवरिश देना चाहते थे , ताकि वह बड़े होकर एक आदर्श इंसान बन सके। पर बड़े होने के बाद उनके माता-पिता का प्रभाव समीर पर कम होता जा रहा था और उसके दोस्तों का प्रभाव उस पर बढ़ता जा रहा था।
जैसे-जैसे समीर बड़ा होता गया , उसके नए-नए दोस्त बनते गए और उसे बुरे लोगों की संगत लग गई | बुरे दोस्तों के साथ की वजह से समीर का व्यवहार खराब होने लगा था | उसे गलत आदतों की लत लग गई थी और वह एक बुरा इंसान बनता जा रहा था | समीर के पिताजी को अब उसकी चिंता सताने लगी थी | वह अपने बिगड़ैल बेटे को सुधारना चाहते थे , इसके लिए उन्होंने एक तरकीब निकाली |
समीर के पिता बाजार जाकर सेब से भरी एक बड़ी टोकरी लेकर आते हैं। उस टोकरी के सारे सेब बहुत ही ताजा थे , बस एक को छोड़कर जो कि सड़ा हुआ था। अब वे समीर को बुलाकर उससे कहते हैं , कि यह सड़ा हुआ सेब तुम बाकी सारे ताजा सेब के साथ रख दो | समीर को समझ नहीं आता है , कि उसके पिताजी उसे ऐसा करने के लिए क्यों कह रहे हैं पर फिर भी समीर अपने पिता का कहना मान कर बिल्कुल ऐसा ही करता है |
कुछ दिनों बाद वे समीर से वही सेव की टोकरी मंगाते हैं और वह उसे सारे सेब दिखाते हैं। समीर यह देखकर आश्चर्य हो जाता है , कि सारे के सारे सेब खराब हो गए हैं। वह अपने पिताजी से पूछता है , कि ऐसा क्यों हुआ ? समीर के पिताजी जवाब देते हैं , कि बेटा जिस तरीके से एक खराब सेब कुछ ही दिनों में बाकी सारे सेबो को खराब कर सकता है। उसी तरह एक बुरी संगत और एक बुरा दोस्त आपका पूरा जीवन खराब कर सकता है | हमें अपनी संगति सोच समझकर चुनना चाहिए | तुम्हें अगर एक अच्छा इंसान बनना है , तो बुरे लोगों का साथ छोड़ दो |
समीर को अपने पिता की सारी बात भली-भांति समझ आ जाती है | उसके बाद वह बुरे लोगों का साथ छोड़कर सिर्फ अच्छे लोगों से ही दोस्ती करता है , और धीरे-धीरे वह एक अच्छा इंसान बन जाता है |
तो अंत में दोस्तों आपको हमारा हमारी यह Buri Sangti Ka Asar Kahani कैसी लगी ? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और हम आपको यह सलाह देते हैं , कि आप भी अपनी संगति का चुनाव अच्छा ही करें , क्योंकि बुरे संगति का असर बुरा ही होता है |